अच्छे माता पिता बनने के 8 उपाय -संतान से कैसा व्यवहार उचित है (Best parenting Tips)
इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के बाद आपको अच्छे माता पिता बनने के उपाय 8 (Parenting Tips in hindi )बताए गए हे । जो की हर माता-पिता के लिए बहुत लाभदायक साबित होंगे। तो आइए सुरुआत करते हे ।
हर माता पिता अपने बच्चों के भविष्य के बारें मे चिंतित रहते हे। ओर चाहते हे कि उनके बच्चे बड़े होकर एक सफल व्यक्ति बने ओर बुढ़ापे मे उनका सहरा बने। आजकल हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा ओर सुख – सुविधा तो देने मे पूरी ताकत, समय ओर पैसे दाव पर लगा देते हे। ओर हमारे बच्चे भी कभी मेहनत करके परीक्षा मे अच्छे अंक भी लाते हे।
मगर जो शिक्षा ओर संस्कार बच्चों घर – परिवार ओर माता -पिता से मिलनी चाहिए वो कहीं न कहीं हमारे बच्चों को नहीं मिलती हे। जिसका परिणाम उल्टा ज्यादातर हो रहा हे।
हमारे बच्चे अपने लक्ष्य से भटक जाते हे। ओर इसका परिणाम ज्यादा अच्छा नहीं होता हे।
जेसे बच्चे माता – पिता की बात न मानना, लड़ाई झगड़े, ओर एक दूसरे का आदर न करना आदि।
लेकिन अगर हम निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें (Parenting tips in hindi) ओर उनको पालन करते हे। तो हम अपने बच्चों को अच्छे संस्कार जरूर दे सकते हे –
1 नहीं शब्द का कम से कम उपयोग करें – Positive Parenting Tips
आजकल हर माता पिता अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देना चाहते हे।
ओर उन्हे हर चीज उपलब्ध कराने की कोशिश करते हे।
उसके बाद हम चाहते हे कि हमारे बच्चे एक वयस्क की तरह व्यवहार करे।
हम उन्हे ज्यादातर ‘नहीं’ (Don’t Do) कहकर उन्हे मना कर देते ओर डांट देते हे।
‘नहीं’ एक नकरात्मक शब्द हे इस शब्द का उपयोग हमे कम से कम करना चाहिए। हम नहीं की जगह ओर दूसरा शब्द उपयोग कर सकते हे मगर नहीं का उपयोग नहीं करना चाहिए।
2 अपनी गलती को स्वीकार करें
हर बच्चे के लिए उसके माता -पिता एक आदर्श (Roll Model) होते हे।
इसलिए जब भी हमारी (माता -पिता) की गलती हो हमें तुरंत उसे मानना (Except) करना चाहिए।
ये सब करने से माता -पिता ओर बच्चों के बीच रिसते मजबूत होंगे।
अगर बच्चे माता -पिता से कोई प्रश्न पूछते हे ओर उन्हे पता नहीं हे । तो हम उन्हे सही उत्तर देना चाहिए। अगर हमे (माता -पिता) नहीं पता तो हम सीधे तरीके से बता दें कि हमें नहीं पता या मे पता करके बता देंगे। उस समय माता -पिता को झूट नही बोलना चाहिए।
3 झगड़ा न करें ओर एक दूसरे का आदर करें – Smart Parenting Tips in Hindi
दुनिया मे ज़्यादातर पति -पत्नी कभी न कभी आपस में वादविवाद, कहासुनी ओर झगड़ा आदि हो जाता हे।
जो हम स्वभाविक मान सकते हे।
मगर हमे ध्यान देना चाहिए कि इस वादविवाद का बुरा असर हमारे बच्चों पर नहीं पड़ना चाहिए।
अगर ये सब लड़ाई, झगड़ा ओर वादविवाद, अगर बच्चों के सामने करते हे। तो इसका बुरा प्रभाव हमारे बच्चों पर पड़ता हे।
अर्थात हमे लड़ाई, झगड़ा ओर वादविवाद आदि बच्चों के सामने न करते हुए कहीं दूर या बंद कमरे मे करना चाहिए।
ओर हमे (माता -पिता) को कम से कम बच्चों के सामने एक दूसरे का आपस मे आदर करना चाहिए।
क्योंकि माता -पिता सोच ओर व्यवहार का बच्चों पर सीधा असर पड़ता हे ।
4 स्मार्ट फोन का सहारा – Good Parenting Tips In Hindi
आजकल ज्यादातर माता पिता अपने काम मे व्यस्त रहते हे।
ओर अपने बच्चों को कम समय दे पाते हे ओर कभी-कभी समय होने पर भी वो अपने बच्चों की तरफ ध्यान नहीं दे पाते हे।
ओर अगर बच्चे ज्यादा जिद करते हे तो उनके हाथ मे स्मार्ट फोन ओर मल्टीमीडिया गजेट दे देते हे।
जिसके बाद माता- पिता ओर बच्चे दोनों अच्छा महसूस करते हे।
दोस्तों मगर इसका परिणाम बहुत बुरा होता हे।
क्योंकि ज्यादा स्मार्ट फोन ओर मल्टीमीडिया उपयोग करने से हमारे बच्चों का विकास रुक जाता हे।
हमे अपने बच्चों के साथ समय व्यतीत करना चाहिए जिससे बच्चों को हमरे प्रति लगाव बढ़ता हे।
ओर वे आपकी ज्यादा बात मानेंगे ओर आपका ऑफिस का तनाव भी कम होगा ।
5 शारीरिक ओर मानसिक क्रिया -Principles of Good Parenting in Hindi
बच्चों के शारीरिक ओर मानसिक विकास के लिए हमे उनको शारीरिक ओर मानसिक क्रिया के लिए उत्साहित करना चाहिए।
जिससे बच्चे मानसिक ओर शारीरिक रूप से मजबूत ओर स्वस्थ रहेंगे।
निम्नलिखित शारीरिक ओर मानसिक activity के अपने बच्चों के लिए :-
(अ) कोई भी खेल (Game/ Sport) –
जब बच्चे जब युवावस्था/ जवान होते हे तब उन्हे कोई भी Sports के लिए प्रोत्साहित encourage करना चाहिए।
आप उन्हे स्विमिंग, टेनिस, बैडमिंटन क्रिकेट आदि खेलों का option दे सकते हे।
उसके बाद बच्चे की रुचि के हिसाब से एक निश्चित खेल (Game ) खिलाना चाहिए ।
खेल खिलाते समय हमे बच्चों को मेलजोल की भावना, टीम work ओर सकारात्मक प्रतियोगिता आदि मे निपूड बनाना चाहिए।
(ब) क्रिएटिव ऐक्टिविटी
ज्यादातर हम सबने देखा होगा कि लोगों के पास कोई खास शौक या hobby नहीं होती हे।
जिससे वह मानसिक रूप से कमजोर हो जाते हे।
इसलिए अपने बच्चों को क्रिएटिव ऐक्टिविटी जेसे पेंटिंग , chess, singing ,म्यूज़िकल इन्स्ट्रमन्ट आदि के बारे मे सीखना चाहिए।
(स) पढ़ने के आदत
हमे अपने बच्चों को reading की आदत को बनाना होगा।
जिससे उनके अंदर एक अच्छी सोच ओर जल्दी समझदार बनते हे। पहले हमे अच्छी- अच्छी Books से सुरुआत कराएं।
जेसे Moral stories etc.
6 सलाह कम दे
अपने बच्चों को हमेशा सलाह न देते हुए हमे उनकी बात भी जरूर सुनना चाहिए।
जिससे बच्चे फ्री होकर हमसे बात कर सके ओर उनकी बात हमे ध्यान ओर interest की साथ सुनना चाहिए।
7 आध्यात्मिकता का परिचय करना
अपने बच्चों को आध्यात्मिकता की तरफ जरूर जोड़ें। क्योंकि जब बच्चे घर – परिवार ओर माता – पिता से दूर होते हे तब भगवान पर भरोसा करने से उनकी चिंता दूर होती हे। ओर सकारात्मक सोच बनती हे एवं मानसिक रूप से मजबूत भी होते हे। इसलिए हमे अपने बच्चों को रोज सुबह ओर शाम कम से कम पाँच मिनिट भगवान का ध्यान जरूर करना चाहिए।
8 बच्चों को सोने दें
जी हाँ दोस्तों अपने बच्चों को कम से कम 8 से 10 घंटे जरूर सोने दें ।
क्योंकि जो बच्चे पर्याप्त नींद लेते हे। वो बच्चे depression, तनाव ओर anxiety आदि समस्याओं के कम शिकार बनते हे ।
बच्चों के लिए नींद एक रासायनिक (Biological) प्रक्रिया हे इसी से वो विकसित/ बढ़े (Grow ) होते हे। ओर उनका विकास होता हे।
अगर आप (माता -पिता ) सुबह जल्दी जागते हे। तो उन्हे लगता हे। कि उनके बच्चों को भी जल्दी जगना चाहिए।
इसके लिए बच्चों को जल्दी सोने की आदत डालें। लेकिन जेसे जेसे बच्चे बड़े होते हे। उनकी आदत भी माता पिता जेसी हो जाती हे ।
ओर वो भी सुबह जल्दी उठने लगते हे।
‘Go to bed early and wake early’
धन्यवाद इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए ओर आशा करता हूँ।कि आपको (Parenting Tips )इस पोस्ट पढ़ने से लाभ हो आपके सुझाव ओर सवाल आप कमेन्ट बॉक्स मे टाइप कर सकते हे। यदि आप पेरन्टींग के लिए online course करना चाहते हे तो क्लिक करें।
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V v important and nessesary thaughts for parents
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Wah we should always keep in mind these point
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